देहरादून। ट्रैवल एजेंसी मालिक से डॉलर एक्सचेंज करने के बहाने हुई तीन लाख रुपये की ठगी के आरोपितों ने वारदात के दिन घंटाघर क्षेत्र से टैक्सी हायर की थी। यह टैक्सी दोपहर से शाम साढ़े सात बजे तक होटल की पार्किंग में ही खड़ी थी। ट्रैवल एजेंसी मालिक को ठगने के बाद तीनों ठग दोबारा इसी टैक्सी पर सवार हुए और हरिद्वार निकल गए। टैक्सी चालक ने पूछताछ में बताया कि उसने तीनों को हरिद्वार में ललिताराव ब्रिज के पास छोड़ दिया था। चालक ने बताया कि तीनों ने रास्ते में काफी कम बातचीत की।
टैक्सी चालक ने पूछताछ में ठगों के बारे में काफी कुछ बता दिया है। उससे हुई पूछताछ के आधार पर पुलिस तीनों आरोपितों का स्केच भी बनवा रही है। माना जा रहा है कि इसी स्केच के सहारे हरिद्वार के होटल और आश्रमों में वारदात की रात ठहरे लोगों के बारे में पड़ताल की जाएगी। हालांकि सूत्रों का यह भी कहना है कि पुलिस को ठगों के बारे में काफी कुछ पता चल चुका है और पहचान भी हो चुकी है, लेकिन वह सभी अभी भूमिगत हैं।
बता दें, श्रेयम अग्रवाल आराघर में ट्रैवल एजेंसी चलाते हैं। जस्ट डायल मर्चेंट वेबसाइट पर उन्होंने विज्ञापन दिया हुआ है, कि वह गाड़ियों की बुकिंग के साथ डॉलर को भी भारतीय रुपये से एक्सचेंज करते हैं। दो जुलाई की शाम करीब सवा चार बजे उन्हें एक नंबर से फोन आया। फोन करने वाले शख्स ने बताया कि वह होटल लेमन ट्री से बोल रहे हैं। कुछ विदेशी ग्राहकों से उन्हें डॉलर मिले हैं, जिन्हें वह रुपये में बदलना चाहते हैं।
श्रेयम अग्रवाल जब होटल पहुंचे तो सूट-बूट पहने एक ठग ने उनका गेट पर स्वागत किया और सीधे कॉन्फ्रेंस हॉल में लेकर चला गया। यहां उनसे तीन लाख रुपये ले लिए। इसके बाद ठग बोले की डॉलर गाड़ी में रखे हैं, जिसे वह चंद मिनट में लेकर आ रहे हैं। काफी देर तक जब दोनों वापस नहीं लौटे तब उन्हें शक हुआ। उन्होंने काउंटर पर जाकर पता किया तो स्टाफ ने बताया कि जिनके साथ वह थे, वह दोपहर में ही उनके होटल में आए थे। वह स्टाफ नहीं हैं। तब उन्हें ठगे जाने का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी दी।