ऋषिकेश। तीर्थनगरी में नगर पालिका मुनिकीरेती के अंतर्गत पार्किंग के नाम पर पार्किंग ठेकेदारों की ओर से जमकर अवैध वसूली की जा रही है। सड़क के किनारे और सूखी नदी में खड़े वाहनों से 100 रुपये का टैक्स वसूला जा रहा है। इसमें वन विभाग के अधिकारी सब कुछ जानने के बाद भी अनजान बने हुए हैं। नगर पालिका प्रशासन ने बद्रीनाथ बाईपास मार्ग पर आठ लाख रुपये में खारास्रोत पार्किंग का ठेका दिया हुआ है, लेकिन पार्किंग ठेकेदार की ओर से पार्किंग से पांच सौ मीटर की दूरी पर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे खड़े बाहरी वाहनों और खारास्रोत सूखी नदी में पार्क किए गए वाहनों से भी वसूली की जा रही है।
इन वाहनों से भी 100 रुपये की पार्किंग रसीद काटकर तीर्थ यात्रियों की जेब पर डाका डालने का काम किया जा रहा है। ऐसे में शुल्क अदा न करने पर पार्किंग ठेकेदार के कर्मचारियों की ओर यात्रियों के साथ बदसलूकी की जा रही है। खारास्रोत नदी वन विभाग प्रशासन के अधिकार क्षेत्र में है, ऐसे में नदी में खड़े वाहनों से बिना वन विभाग की इजाजत के पार्किंग शुल्क वसूलना कानूनन विरुद्ध है। इस मामले में जब नगर पालिका प्रशासन से बात की गई तो उनका कहना है कि खारास्रोत नदी में पार्किंग शुल्क की इजाजत नहीं है, लेकिन पालिका प्रशासन की पार्किंग रसीद काटने की बात पर कोई जबाब नहीं दे पाए।