रुड़की। भाकियू (अंबावता) के प्रतिनिधिमंडल ने चंद्रपुरी खादर गांव जाकर तटबंध टूटने से हुई क्षति का जायजा लिया। उन्होंने गांव के किसानों से बात कर उनकी समस्या भी जानी। किसानों ने जल्दी से जल्दी मुआवजा दिलाने की मांग रखी। बाद में उन्होंने एसडीएम से मिलकर किसानों की समस्याएं बताई।
भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी सहदीप सिंह और राष्ट्रीय महाससिव नितिन चौधरी नीलू के साथ सुधांशु चौधरी सीटू, परविंदर सिंह, कुलदीप चौधरी, दिलशाद, मनोज सैनी, मनोज चौहान, ओमवीर चौहान चंद्रपुरी खादर गांव पहुंचे। उन्होंने बाणगंगा नदी का तटबंध टूटने से फसलों और कृषि भूमि का हुए नुकसान का जायजा लिया। बाद में उन्होंने किसानों से बात कर उनकी समस्या पूछीं। सोरण सिंह, संदीप, कुशलपाल ने बताया कि उनकी पूरी फसल नष्ट हो गई है। अब उन्हें खेत को गेहूं के लिए तैयार करना है। इसमें खर्च करने के लिए पैसा उनके पास नहीं है। सरकार मुआवजे का पैसा देगी, तभी वे खेत की तैयारी कर सकेंगे। चमन सिंह, शेषपाल, लोकेश आदि किसानों ने कहा कि गन्ने पर उनकी जो लागत लगती है, सरकार उसके दसवें हिस्से से भी कम पैसा मुआवजा देती है। लिहाजा इससे कुछ होने वाला नहीं है। प्रतिनिधिमंडल ने उनकी समस्या से अधिकारियों का अवगत कराने का भरोसा दिया। बाद में उन्होंने एसडीएम से मुलाकात की और उन्हें किसानों की समस्या से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा। एसडीएम ने ज्ञापन पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।