
विकासनगर। सहसपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी आर्येंद्र शर्मा ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में काम करने के लिए व्यक्ति के पास एक सोच होती है उसका एक विजन होता है। लेकिन विधायक के पास न तो विकास की सोच है और न ही क्षेत्र के उत्थान के लिए कोई विजन है। इसके चलते लगातार दो बार विधायक रहने के बावजूद सहसपुर के विकास का पहिया थमा रहा। स्थिति यह है कि सहसपुर विकास के सबसे निचले पायदान पर खड़ा है। कहा कि सहसपुर में परिवर्तन की लहर चल रही है।
बुधवार को जस्सोवाला, खुशालपुर, ढाकी, सहसपुर बाजार, लक्ष्मीपुर, रामपुर व शंकरपुर आदि क्षेत्रों में चुनावी सभाओं और जनसंपर्क करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी आर्येंद्र शर्मा ने कहा कि सेलाकुई में कांग्रेस शासन काल में 412 उद्योगों की स्थापना तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने की थी। लेकिन उत्तराखंड में भाजपा सरकार आने और सहसपुर में भाजपा विधायक की ताजपोशी होने के बाद सवा सौ कंपनियां पलायन कर गईं। वर्तमान विधायक का दूसरा कार्यकाल पूरा हो गया, लेकिन विधायक निधि की बंदरबांट कर सड़कों पर खड़ंजा बिछाने के अलावा कुछ कार्य नहीं हुआ। कहा कि महंगाई, बेरोजगारी बेहताशा बढ़ी है। विधायक की ओर से युवाओं के रोजगार, उच्च शिक्षा, क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं, तकनीकि शिक्षा के क्षेत्र में कोई काम नहीं किया गया है। क्षेत्र की जनता विकास के लिए तड़प रही है। कहा कि स्थानीय विधायक नाकामियों को छुपाने के लिए क्षेत्र में तरह-तरह का भ्रमजाल फैलाकर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। जनता ने सहसपुर में परिवर्तन का मन बनाया है और इस बार सहसपुर में परिवर्तन की लहर चल रही है।