
देहरादून। उत्तराखंड ऑटो-रिक्शा एवं विक्रम परिवहन महासंघ ने संभागीय परिवहन प्राधिकरण के फैसले का विरोध तेज कर दिया है। महासंघ ने चेतावनी दी कि यदि फैसले को वापस नहीं लिया जाता है तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन शुरू किया जाएगा। देहरादून में आयोजित पत्रकार वार्ता में महासंघ अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत ने कहा कि संभागीय परिवहन प्राधिकरण ने डीजल और पेट्रोल से चलने वाले ऑटो रिक्शा और विक्रम वालों को बाहर करने का फैसला लिया है, जो कि सरासर अन्याय है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट की ओर से वाहनों की कोई आयु सीमा तय नहीं है, जब तक वाहन फिट है तब तक सड़क पर चल सकता है। बावजूद सरकार तानाशाह रवैया अपनाकर गरीब लोगों की रोजी-रोटी छीन रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।