
विकासनगर। तंबाकू निषेध पखवाड़े के तहत स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन दिनों शिक्षण संस्थानों में नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रहा है। अभियान के तहत छात्र-छात्राओं को नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों की जानकारी दी जा रही है। कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर लांघा की ओर से राजकीय इंटर कॉलेज लांघा में सोमवार को पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी विरेंद्र सिरोही ने छात्रों को बताया कि अक्सर युवा तनाव में आकर क्षणिक आनंद के लिए नशे के करीब जाते हैं। जबकि, नशा किसी तनाव को दूर करने का साधन नहीं बल्कि समाज को पतन की ओर ले जाने वाला अवसाद है। क्षणिक उन्माद के लिए किया गया नशा युवाओं को अंधकार की गर्त में ले जाता है। नशे का आदी युवा खुद का भविष्य तबाह करने के साथ ही समाज में विकृतियों का कारण बनता है। कहा कि नशे के सौदागर युवाओं को निशाना बनाते हुए उन्हें नशे का आदी बनाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने नशे की प्रवृत्ति से दूर रहने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति को जरूरी बताते हुए कहा कि तनाव या विपरीत परिस्थितियों का सामना नशीले पदार्थों से नहीं, बल्कि सकारात्मक सोच के साथ करना चाहिए। कार्यक्रम के तहत विद्यालय में पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें बीस छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। सभी प्रतिभागियों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस दौरान प्रधानाचार्य भूदेव सेमवाल, राकेश कन्नौजिया, डा. शालिनी, मनमोहन सिंह, सरिता तोमर आदि मौजूद रहे।