
ऋषिकेश। चारधाम यात्रा में वाहनों का संचालन करने वाली संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने प्रदेश सरकार से चारधाम यात्रा के दौरान मई और जून में मेला अवधि घोषित करने की मांग की है। साथ ही यात्रा व्यवस्था में शासन की ओर से किए गए परिवर्तन को गांवों से आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए मुसीबत बताया।
गुरुवार को संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था कार्यालय में पत्रकारवार्ता के दौरान रोटेशन अध्यक्ष संजय शास्त्री ने बताया कि चारधाम यात्रा का स्वरूप बदलने से अव्यवस्थाएं सामने आ रही हैं। साधन संपन्न लोग घरों में बैठकर ही ऑनलाइन पंजीकरण करा निजी वाहनों से चारधामों के दर्शन के लिए निकल पड़ते हैं। ऐसे में धामों पर लोगों का दबाव बढ़ने से अव्यवस्थाएं होती हैं और सरकार को अचानक धामों में तीर्थयात्रियों की संख्या सीमित करने और पंजीकरण पर रोक लगाने का निर्णय लेना पड़ता है। बकौल शास्त्री सरकार के इस निर्णय का खामियाजा गांवों से आने वाले तीर्थयात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। अचानक रोक लगने से उन्हें ऋषिकेश में दो-तीन रुकना पड़ रहा है, इससे उनका यात्रा का बजट बिगड़ जा रहा है। लिहाजा सरकार को यात्रा व्यवस्था में परिवर्तन कर निजी वाहनों से यात्रा पर आने वाले यात्रियों के पंजीकरण और धामों में प्रवेश की व्यवस्था अलग से करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए नियम बने कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट से ही यात्रा अनिवार्य होगी। इस नियम के लागू होने से चारधाम यात्रा में किसी तरह का व्यवधान नहीं पड़ेगा।
रोटेशन अध्यक्ष ने वीकेंड पर सैर सपाटा के लिए आने वाले सैलानियों से पर्यावरण शुल्क लेने की वकालत करते हुए कहा कि इससे प्रदेश सरकार को अतिरिक्त राजस्व मिलेगा। कहा कि जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलेगा। मौके पर टीजीएमओसी अध्यक्ष जितेंद्र सिंह नेगी, रुपकुंड अध्यक्ष भूपाल सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।