
देहरादून, । मेरी माटी मेरा देश’’ अभियान के अन्तर्गत अमृत कलश यात्रा कार्यक्रम को जनपद में आयोजन को लेकर मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान ने अपने कार्यालय कक्ष में रेखीय विभाग के सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 30 सितम्बर तक सभी ग्राम पंचायतों/वार्ड के प्रत्येक घर से मिट्टी अथवा चावल एकत्रित कर कलश में रखगें, जिस हेतु उन्होंने जिला पंचायतराज अधिकारी एवं सम्बन्धित अधिकारियों को रोस्टर बनाकर कल से ही कार्यक्रम आयोजित करने तथा कार्यक्रमों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करने तथा स्थानीय परम्परा एवं लोक संस्कृति के तहत् आयोजित करने के निर्देश दिए। आयोजित बैठक में मुख्य विकास अधिकारी कमठान ने जानकारी देते हुए कहा कि ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान कार्यक्रम के आयोजन हेतु भारत सरकार के निर्देशों के क्रम में ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत एवं नगर निकाय में वार्ड स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किये जाने है। कार्यक्रम के तहत् ग्राम पंचायत/वार्ड के प्रत्येक घर से मिट्टी अथवा चावल एकत्र कर अमृत कलश में रखा जायेगा। मिट्टी और चावल एकत्र करते समय स्थानीय परम्परा के अनुसार ढोल, नगाड़े एवं अन्य वाद्य यंत्रों ध्वनि एवं स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मिट्टी एवं चावल के एकत्रीकरण के समय उपस्थित जन समूह को पंचप्रण शपथ दिलाई जाएगी।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि 1 से 13 अक्टूबर 2023 तक ग्रामीण क्षेत्रों में विकासखण्ड एवं नगर निकायों में नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम अन्य स्तर पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जायेंगी। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक वार्ड/ पंचायत के घरों से एकत्र की गयी मिट्टी एवं चावल से भरे अमृत कलश पूर्व से विनिर्दिष्ट स्थानों पर लाये जायेंगे। कलश की मिट्टी या चावल को मिलाकर उसे सांकेतिक रूप से सामूहिक मानते हुए एक बड़े कलश में रखा जायेगा। मिट्टी अथवा चावल को मिलाने का यह कार्यक्रम उत्सव के रूप में मनाया जायेगा। विकासखण्ड मुख्यालय एवं नगर निकाय मुख्यालय स्तर पर वीरों के सम्मान हेतु कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे तथा विकासखण्ड एवं नगर निकाय मुख्यालय स्तर पर वीरों के सम्मान को लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा, जिसमें महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी तथा एन०एस०एस०, एन०सी०सी०, नेहरू युवा केन्द्र, भारत स्काउट एण्ड गाईड, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं अन्य युवा स्वयंसेवियों द्वारा सक्रिय प्रतिभाग किया जायेगा, जिस हेतु उन्होंने सबन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए वहीं जिला विकास अधिकारी एवं सम्बन्धित अधिकारियों को कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कराने हेतु महिला स्वयं सहायता समूहों, महिला समूह एवं अन्य क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं को भी कार्यक्रम में आमंत्रित करने के निर्देश दिए।