लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने बुधवार शाम को दूसरी लिस्ट जारी कर दी। बीजेपी हाईकमान ने गढ़वाल से अनिल बलूनी को टिकट दिया है। जबकि, हरिद्वार लोकसभा सीट से त्रिवेंद्र सिंह रावत को चुनावी मैदान में उतारा है। | Jokhim Samachar Network

Monday, April 21, 2025

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लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने बुधवार शाम को दूसरी लिस्ट जारी कर दी। बीजेपी हाईकमान ने गढ़वाल से अनिल बलूनी को टिकट दिया है। जबकि, हरिद्वार लोकसभा सीट से त्रिवेंद्र सिंह रावत को चुनावी मैदान में उतारा है।

भाजपा की दूसरी सूची में हरिद्वार-गढ़वाल सीट पर प्रत्याशी घोषित, इनपर लगाया दांव
देहरादून। लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने बुधवार शाम को दूसरी लिस्ट जारी कर दी। बीजेपी हाईकमान ने गढ़वाल से अनिल बलूनी को टिकट दिया है। जबकि, हरिद्वार लोकसभा सीट से त्रिवेंद्र सिंह रावत को चुनावी मैदान में उतारा है। आपको बता दें कि बीजेपी की पहली लिस्ट में तीन संसदीय सीट में प्रत्याशिशें का के नामों का ऐलान किया गया था। तीनों सीटों में मौजूदों सांसदों पर ही बीजेपी हाईकमान ने भरोसा जताया था।
पहली लिस्ट में टिहरी से माला राज्य लक्ष्मी शाह, अल्मोड़ा से अजय टम्टा और नैनीताल सीट से अजय भट्ट को टिकट दी गई थी। टिकट मिलने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े थे। 1981 में उन्होंने संघ के प्रचारक के रूप में काम करने का संकल्प लिया। 1985 में त्रिवेंद्र सिंह रावत देहरादून महानगर के प्रचारक बने। इसके बाद 1993 में वे भाजपा के क्षेत्रीय संगठन मंत्री बने। इस दौरान वे पार्टी में अहम भूमिका में रहे। इसके बाद 1997 में त्रिवेंद्र सिंह रावत भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री बने। साल 2002 में वे दोबारा भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री बने।
2002 में उन्होंने डोईवाला विधानसभा से चुनाव लड़ा। उन्होंने विधानसभा चुनाव में डोईवाला सीट से जीत हासिल की थी। 2007 में डोईवाला विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से उत्तराखंड विधान सभा के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में वे विजयी हुए। भारतीय जनता पार्टी के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बने। 2017 में डोईवाला विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से उत्तराखंड विधान सभा के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में विजयी हुए। इसके बाद 17 मार्च 2017 को उन्हें उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की कमान सौंपी गई थी। इसके बाद मार्च 2021 में उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था।

33 साल बाद बाद चुनावी राजनीति से बाहर हुए रमेश पोखरियाल निशंक भारतीय जनता पार्टी-बीजेपी ने दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के टिकट काटकर बड़ा झटका दे दिया है। हरिद्वार से डॉ रमेश पोखरियाल निशंक जबकि गढ़वाल से तीरथ सिंह रावत का टिकट काटा गया है। विदित है कि डॉ रमेश पोखरियाल निशंक पिछले 33 सालों से लगातार चुनावी राजनीति में सक्रिय थे।
लेकिन दो बार हरिद्वार का सांसद रहने के बाद इस बार निशंक का टिकट काटा गया है। निशंक दो बार सांसद रहने के अलावा राज्य के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और विधायक भी रह चुके हैं। लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें टिकट देने की बजाए हरिद्वार से नए चेहरे को मौका दिया है।
निशंक का राजनैतिक कैरियर 1991 में कर्णप्रयाग से विधायक का चुनाव जीतकर हुआ था। लेकिन हरिद्वार से टिकट कटने से फिलहाल उस पर ब्रेक लग गया है।
दो दिग्गजों की जंग में उलझे तीरथ
पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत इस बार गढवाल में भाजपा के दो दिग्गजों के बीच उलझकर रह गए। गढ़वाल सीट पर उनके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी भी दावेदारी कर रहे थे। केंद्र में इन दोनों ही नेताओं की मजबूत पैरवी की वजह से तीरथ पिछड़ गए और आखिरकार उनका टिकट कट गया।
बयानों की वजह से विवादों में आए थे तीरथ
तीरथ सिंह रावत को भाजपा ने 2021 में उत्तराखंड का मुख्यमंत्री भी बनाया था। लेकिन इस दौरान वह अपने बयानों की वजह से विवादों में आ गए। इस वजह से केवल छह महीने के कार्यकाल के बाद ही पार्टी को उन्हें पद से हटाना पड़ा था। तभी से तीरथ का टिकट काटे जाने की चर्चाएं चल रही थी। जिस पर अब पार्टी हाई कमान ने मुहर लगा दी है।
बदलाव की वजह से अटकी थी सीट
भाजपा ने राज्य की तीन लोकसभा सीटों पर पहले ही प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया था। लेकिन गढ़वाल और हरिद्वार सीट को होल्ड पर रख दिया गया था। माना जा रहा था कि पार्टी ने इन दोनों ही सीटों को बदलाव के लिए रोका है और अब नए प्रत्याशी घोषित कर इस पर मुहर लग गई है। पार्टी ने इन दोनों सीटों पर पार्लियामेंट्री बोर्ड की पिछली बैठक में चर्चा की थी।हुई थी।

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