
मराठी सिनेमा में काम कर चुकीं अभिनेत्री अमृता खानविलकर ने 2007 में ‘मुंबई सालसा’ से बॉलीवुड में कदम रखा, लेकिन 2009 में म्यूजिक वीडियो ‘ऐ हिप हॉपर’ से सुर्खियां बटोरीं, उनका कहना है कि किसी भी क्षेत्रीय भाषा में एक स्थापित अभिनेत्री होने के बावजूद यह बॉलीवुड में ब्रेक पाना आसान नहीं है।
2010 में अपने लावणी नृत्य प्रदर्शन ‘वजले की बार’ से लोकप्रियता हासिल करने वाली 37 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा, मुझे लगता है कि बॉलीवुड, सामान्य तौर पर, हर किसी के लिए क्रैक करना बहुत मुश्किल है, चाहे वह क्षेत्रीय या हिंदी भाषी लोग हों।
अमृता का कहना है कि बॉलीवुड में कई रूढिय़ां हैं। अभिनेत्री ने कहा, बॉलीवुड के बारे में बात यह है कि बहुत सारी रूढिय़ाँ हैं। जैसे, अभिनेता होते हैं और फिर सितारे और सुपरस्टार होते हैं, इसलिए मराठी उद्योग के विपरीत बहुत अधिक विभाजन होता है।
मैं भाग्यशाली रही हूँ क्योंकि मैंने एक के साथ काम किया है। इनमें से कुछ महान फिल्म निर्माता, चाहे वह मेघना गुलजार हों, मिलाप जावेरी हों या मोहित सूरी हों।
इसके अलावा, वह साझा करती है कि ओटीटी ने हर अभिनेता को समान अवसरों से लैस किया है।
अंत में अभिनेत्री ने कहा, आज, ओटीटी के कारण, इतने सारे कंटेंट के कारण, हर क्षेत्र के हर अभिनेता के पास एक समान मौका है। आज, कोई भी बाहरी व्यक्ति आ सकता है और बॉलीवुड में अपनी पहचान बना सकता है।
बता दे कि, फिल्म ‘राजी’, ‘सत्यमेव जयते’ और ‘मलंग’ में खास भूमिका निभाई है।