
ऋषिकेश। अंकिता हत्याकांड को लेकर क्षेत्रवासियों का आक्रोश कम नहीं हो रहा है। युवा न्याय संघर्ष समिति ने बुधवार से आंदोलन तेज करतेहुए अंकिता को न्याय दिलाने के लिए आमरण अनशन शुरू कर दिया है। समिति के सदस्यों का कहना हैकि हत्याकांड के दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। बुधवार को युवा न्याय संघर्षसमिति नेकोयलघाटी मेंधरनेके 35वेंदिन आमरण अनशन शुरू कर दिया। बुधवार को शकुन्तला रावत आमरण अनशन और लक्ष्मी बुडाकोटी, रामेश्वरी चौहान, लक्ष्मी कठैत क्रमिक अनशन पर बैठीं। अनशनकारी शकुन्तला रावत नेकहा कि उत्तराखंड की बेटी को इंसाफ दिलानेके लिए अपनी स्वेच्छा से आमरण अनशन पर बैठी हूंऔर जब तक अंकिता को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक अनशन पर बैठी रहूंगी। कहा कि आंदोलनकारी इस निर्दयी सरकार के सामनेनहीं झुकेंगे। आंदोलनकारी राजेंद्र गैरोला नेकहा कि सरकार अंकिता हत्याकांड मेंसाक्ष्यों को छुपानेऔर गुना गु हगारों को बचानेका कार्यकर रही है। इसेप्रदेश की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। मौके पर समिति अध्यक्ष संजय सिलस्वाल, रविन्द्र प्रकाश भारद्वाज, जयेंद्र रमोला, दीपक जाटव, विक्रम भंडारी, मदन सिंह राणा, युद्धवीर सिंह चौहान, लक्ष्मी बुडाकोटी, हिमांशुरावत, राजेंद्र कोठारी, उषा चौहान, हरि सिंह नेगी, रविन्द्र कोर, प्रमिला जोशी, सावित्री देवी, अनिता कुकशाल, प्रमिला रमोला, भगवती चमोली, गुड्डी डबराल, स्वरूपी देवी, जल्म देवी, जया डोभाल, शकुन्त।