डोईवाला (आसिफ हसन) डोईवाला निवासी शहीद मेजर दुर्गा मल्ल के 77 वें बलिदान दिवस पर गोरखा समाज के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। कोरोना के कारण सरकारी गाइड लाइन के मुताबिक शहीदी दिवस को सादगी से मनाया गया। नगर पालिका परिसर में उनकी मूर्ति पर माल्यापर्ण कर उन्हें याद किया गया। वीर गोरखा कल्याण समिति से जुड़े तमाम लोगों ने शहीद मेजर दुर्गा मल्ल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मेजर दुर्गा मल्ल आजाद हिंद फौज के प्रथम गोरखा सैनिक थे। उन्होंने युवाओं को आजाद हिंद फौज में शामिल करने में बड़ा योगदान दिया। बाद में गुप्तचर शाखा का कार्य उन्हें सौंपा गया। 27 मार्च 1944 को महत्वपूर्ण सूचनाएं एकत्र करते समय दुर्गा मल्ल को शत्रु सेना ने कोहिमा के पास उखरूल में पकड़ लिया।
शत्रु सेना की ओर से युद्धबंदी बनाने और मुकदमे के बाद उन्हें काफी यातनाएं दी गई। ओर 15 अगस्त 1944 को उन्हें लाल किले की सेंट्रल जेल लाया गया। और दस दिन बाद 25 अगस्त 1944 को फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया गया। उनकी शहादत को देश कभी नही भूल सकता। श्रद्धांजलि सभा में जिला अध्यक्ष कांग्रेस गौरव सिंह, नगरपालिका अध्यक्ष सुमित्रा मनवाल, सागर मनवाल, अधिशासी अधिकारी एमएलए शाह, हेमा पुरोहित, माया अधिकारी, विशाल थापा, आदि लोग मौजूद रहे।