विकासनगर। जौनसार बावर के पशगांव खत के 22 गांवों के हजारों लोग शुक्रवार को पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ बिस्सू लेकर महासू मंदिर हनोल पहुंचे। बिस्सू में शामिल ग्रामीणों ने महासू देव के दर्शन कर सुख समृद्धि और खुशहाली की मन्नतें मांगी। जौनसार की पशगांव खत से हर तीन साल में ग्रामीण बिस्सू लेकर हनोल स्थित महासू मंदिर आते हैं। पिछले साल कोविड संक्रमण के चलते ग्रामीण बिस्सू लेकर नहीं पहुंचे थे। इसलिए इस बार चौथे साल में बिस्सू लेकर ग्रामीण शुक्रवार को हनोल मंदिर पहुंचे। हाजा, दौधा, दसेऊ, कितरोली, डांडुवा, सुनोड़ा, गबेला, गमरी, पोटा, मटियाना, क्वानू, मैलोथ, मंजगांव, कलेथा, भुपोऊ, दुनुवा, मलेथा समेत बाइस गांवों के करीब छह हजार ग्रामीण सैकड़ों वाहनों के काफिले में मंदिर से करीब एक किमी पहले शठंगधार में एकत्र हुए। वहां से पैदल चलकर लोक नृत्य करते हुए ग्रामीण हनोल महासू मंदिर में पहुंचे। मंदिर समिति और हनोल के ग्रामीणों ने बिस्सू लेकर आए ग्रामीणों का परंपरागत रीति रिवाजों से स्वागत किया। बिस्सू लेकर आए ग्रामीणों ने देव अराधना करने के बाद रात भर हारुल, तांदी, झैंता, रासो नृत्य कर लोक संस्कृति की अनूठी छटा बिखेरी। बिस्सू लेकर आए ग्रामीणों के लिए सूचना निदेशक रणवीर सिंह चौहान ने भंडारा आयोजित किया। मंदिर में रात्रि जागरण के बाद शनिवार सुबह ग्रामीण खत पशगांव के लिए प्रस्थान करेंगे। इस दौरान बजीर दीवान सिंह राणा, सिंगाराम नौटियाल, सुंदराम दोदा, शूरवीर सिंह, नरेंद्र नौटियाल, गीताराम, टीकाराम, सच्चिदानंद, बलवीर चौहान, दीवान सिंह तोमर, जवाहर सिंह आदि मौजूद रहे।