हरिद्वार। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में आफलाइन कक्षाएं शुरू होने पर शरीर रचना स्नात्कोत्तर विभाग के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं के स्वागत हेतु ्य्यअभ्युदय-द् राइस्य्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व परिसर निदेशक शरीर रचना विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर प्रो.डा.एएन पाण्डेय ने की। डा.एएन पाण्डेय ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से स्वस्थ्य परंपरा छात्र-छात्राओं में बनी रहती है। जिससे वे एक दूसरे के निकट आते हैं तथा उनमें जो प्रतिभा छुपी रहती है। वह सबको बिना किसी झिझक के प्रकट कर पाते है। छात्र-छात्राओं को अपने शोध कार्यों एवं पढाई के साथ-साथ सांस्कृतिक एवं अन्य शैक्षणिक गतिविधियों मे हिस्सा लेना चाहिए। जिससे वे अपनी अलग पहचान बना सकें। शरीर रचना विभागाध्यक्ष प्रो.डा.नरेश चैधरी ने कहा कि ्यवरिष्ठ शोधार्थी छात्र-छात्राओं ने अपने कनिष्ठ शोधार्थी छात्र-छात्राओं को शीर्षक दिये हैं। उससे पता चलता है कि प्रत्येक छात्र एक दूसरे की कार्यशैली को भली भांति जानता है। जिससे छात्र छात्राओं में आपसी प्रेम भाव और अपनत्व की झलक दिखती है। कार्यक्रम में एकल नृत्य, गायन, मोनो अभिनय, युगल नृत्य, कुर्सी दौड एवं फैशन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। साथ ही कनिष्ठ शोधार्थियों में डा.भावना जोशी को ्यमिस आबिडिएन्ट्य, डा.आराधना रावत को ्यमिस ग्लोइंग्य, डा.अंजलि को ्यमिस इनोसेन्ट्य, डा.वैशाली को ्यमिस क्यूट स्माइल्य, डा.स्वपनिल को ्यमिस्टर एनर्जेटिक्य, डा.मनीष को ्यमिस्टर डेसिंग्य के शीर्षक से नवाजा गया। सभी गतिविधियों में अधिकतम अंक प्राप्त करने वाली डा.भावना जोशी को ्यमिस फ्रेशर-2021्य का खिताब दिया गया। प्रो.डा.एएन पाण्डेय, डा.नरेश चैधरी एवं स्वस्थवृत्त विभागाध्यक्ष डा.शोभित कुमार ने सभी शोधार्थी छात्रों के साथ अंतिम वर्ष के डा.अवधेश डंगवाल, डा.आकांशा एवं डा.पंकज सिंह को भी प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में डा.अमिता, डा.रोहित, डा.कविता, डा.वर्षा, डा.विपिन नौटियाल ने सहयोग प्रदान किया। डा.वर्षा एवं डा.विपिन नौटियाल ने संचालन करते हुए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।