
हल्द्वानी। लालकुआं स्थित नगीना कॉलोनी में रेलवे की ओर से चस्पा किए गए नोटिस से कॉलोनीवासियों में रोष है। उन्होंने बुधवार को हल्द्वानी स्थित बुद्धपार्क में प्रतिरोध सभा की। जिसके बाद एसडीएम कोर्ट तक जुलूस निकाल कर कुमाऊं कमिश्नर को ज्ञापन भेजा। बुद्धपार्क में बुधवार को हुई सभा में प्रगतिशील महिला एकता केंद्र से रजनी ने कहा कि पिछले 40-50 साल से लोग नगीना कॉलोनी में निवास कर रहे हैं। तीन मई को रेलवे ने 10 दिन के अंदर कॉलोनी खाली करने का नोटिस लगाया है। यह सरासर गलत है। रेलवे इससे पहले भी कई बार कॉलोनी में नोटिस चस्पा कर चुका है। कॉलोनी वासियों के पास वोटर कार्ड सहित विभिन्न पहचान पत्र हैं। यहां बिजली-पानी कनेक्शन, सरकारी स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, राशन की दुकान (कंट्रोल), जाति प्रमाण पत्र इत्यादि भी मौजूद हैं। ऐसे में यह कॉलोनी भला कैसे अवैध है। नगीना कॉलोनी बचाओ संघर्ष समिति के सचिव अंचल कुमार ने कहा कि गरीब, मजदूर लोगों के कच्चे मकान, झुग्गी झोपड़ियां खाली हो जाएंगी तो वह कहां जाएंगे? उनके छोटे-छोटे बच्चों सहित स्कूल पढ़ने वाले छात्र कहां जाएंगे? उन्होंने सरकार से कॉलोनी को हटाने से पहले लोगों के रहने की व्यवस्था करने की मांग की। सभा का संचालन समिति अध्यक्ष बिंदू गुप्ता ने किया। इस दौरान पुष्पा, महेश, चंदन, प्रियंका, अनुराग, कैलाश, सुरेंद्र, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी अध्यक्ष पीसी तिवारी, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन से मोहन, प्रगतिशील युवा संगठन से रमेश, इंट्रार्क मजदूर संगठन से देवेन्द्र आदि मौजूद रहे।