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संस्कृत और सनातन संस्कृति कके उत्थान कोसमर्पित था स्वामी शांतानंद शास्त्री महाराज का समूचा जीवन: म.म. भगवतस्वरूप | Jokhim Samachar Network

Monday, October 07, 2024

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संस्कृत और सनातन संस्कृति कके उत्थान कोसमर्पित था स्वामी शांतानंद शास्त्री महाराज का समूचा जीवन: म.म. भगवतस्वरूप

– श्री जगदीश आश्रम, खड़खड़ी, हरिद्वार के परमाध्यक्ष महंत स्वामी योगेंद्रानंद शास्त्री के संयोजन में ब्रह्मलीन स्वामी शांतानंद शास्त्री जी महाराज की आठवीं पुण्यतिथि पर संत, महन्त, महामंडलेश्वर, भक्तजनों ने दी भावभीनी श्रद्धाजंलि ।
उत्तरी हरिद्वार की प्रख्यात धार्मिक संस्था श्री जगदीश आश्रम खड़खड़ी के परमाध्यक्ष महंत स्वामी योगेंद्रानंद शास्त्री के संयोजन में ब्रह्मलीन म.मं. स्वामी शांतानंद शास्त्री जी महाराज की आठवीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धाजंलि समारोह में संत महन्त, महामंडलेश्वर, भक्तजनों ने भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित कीश्रद्धाजंलि समारोह को सम्बोधित करते हुए गुरु मंडल आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी भगवत स्वरूप महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी शांतानंद शास्त्री महाराज का समूचा जीवन संस्कृत और सनातन संस्कृति के उत्थान को समर्पित रहा । उन्होंने जीवन पर्यंत संस्कृत, संस्कृत छात्रों, संस्कृत शिक्ष्कों का संरक्षण देने का कार्य किया। आचार्य हरिहरानन्द महाराज ने कहा कि श्री जगदीश आश्रम के परमाध्यक्ष महंत स्वामी योगेंद्रानंद शास्त्री अपने गुरूजनों की सेवा परम्परा को आगे बढाने का कार्य कर रहे हैं । भाजपा नेता अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि स्वामी शांतानन्द शास्त्री जी महाराज ने अपने गुरू जो संस्कृत के प्रकाण्ड विद्वान थे उनकी स्मृति में स्वामी शम्भूदेव संस्कृत विद्यालय की स्थपना कर संस्कृत शिक्षा को बढावा देने का कार्य किया उसी परम्परा को आगे बढाते हुए उनके सुयोग्य शिष्य स्वामी योगेन्द्रानंद शास्त्री निरन्तर सेवा प्रकल्पो का कुशलता पूर्वक संचालन कर रहे हैं। समारोह की अध्यक्षता करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी अन्नतानंद महाराज ने कहा कि संतो का जीवन राष्ट्र के उत्थान व समाज कल्याण को समर्पित होता है ब्रह्मलीन स्वामी शांतानंद शास्त्री जी महाराज ने जीवन पर्यंत सनातन धर्म संस्कृति को सम्बल प्रदान करने का कार्य किया । संस्था के परमाध्यक्ष महंत स्वामी योगेंद्रानंद शास्त्री महाराज ने कहा कि गुरूजनो की सेवा परम्परा व धर्म निष्ठा की भावना को वह जीवन पर्यन्त आगे बढाने का कार्य करते हुए सनातन संस्कृति व संस्कृत के प्रचार प्रसार को समर्पित रहेगें । स्वामी योगेन्द्रानंद शास्त्री ने ब्रह्मलीन स्वामी शांतानंद शास्त्री महाराज की आठवीं पुण्यतिथि में पधारे महामंडलेश्वर संतो महंतों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। समारोह का संचालन रविदेव शास्त्री महाराज ने किया। श्रद्धाजंलि समारोह को श्री पंचायती बडा अखाडा उदासीन के महन्त स्वामी राघवेन्द्र जी महाराज, म.मं.चिदविलासानंद सरस्वती महाराज, म.मं. स्वामी प्रेमानंद महाराज, म.मं. स्वामी कमलेशानंदए म.मं. शिवानंद , डाण्हरिहरानंद, महंत सूरजदास, महंत केशवानंद, महंत दिनेशदास, महंत शिवराज गिरि, महंत ज्ञानानंद, महंत दुर्गादास, महंत कृष्णदेव, स्वामी ओमानंद, स्वामी प्रेमानंद, महंत दिनेशदास, महंत सूर्यदेव, अनिरुद्ध भाटी, विनीत जोली, विदित शर्मा, आकाश भाटी, ऋषभ वशिष्ठ, डॉ. डी. एन. बत्रा, अर्चित चौहान, सहित सैकड़ों श्रद्धालु भक्तों ने ब्रह्मलीन स्वामी शांतानंद शास्त्री महाराज को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

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