देहरादून। सुजाता महापात्रा, भारत की अग्रणी ओडिसी नर्तक ने आज केन्द्रीय विद्यालय आईएमए और ओएनजीसी पॉलिटेक्निक में प्रदर्शन किया। वह देहरादून में स्पिक मैके के बैनर के तहत शहरभर के विभिन्न स्कूलों और संस्थानों में ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति दे रही है।
उन्होंने हाल ही में यूनिसन वर्ल्ड स्कूल, आईजीएनएफए (एफआरआई कैंपस), केन्द्रीय विद्यालय नंबर 1 (हाथीबड़कला) और शिगीली हिल्स इंटरनेशनल अकादमी में प्रस्तुति दी। इसके अलावा, वह 15 सितंबर को टीएचडीसी इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोपावर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में प्रदर्शन करेगी।
सुजाता ने अपने प्रदर्शन के दौरान मोक्ष, कृष्ण की बाल लीला, कोनार्क मंदिर पर आधारित नृत्य और विष्णु प्रस्तुति मंगलाचरण जैसे नृत्य प्रस्तुत किए। उनके साथ वायलिन पर रमेश चंद्र दास, मृदंगम पर एकलबिया मुदुली मौजूद रहे। उनको वोकल्स पे साथ कृष्णा चंद्र जेना ने दिया और उनकी शिष्या शिल्पा सुमन चैधरी भी उपस्थित रहीं। बालासोर में पैदा हुई, सुजाता ने गुरु सुधाकर साहू से ओडिसी सीखा। वह स्वर्गीय गुरु पद्मविभूषण केलूचरण महापात्रा की शिष्य और उनकी बहु भी हैं। एक उत्कृष्ट कलाकार होने के अलावा, सुजाता महापात्रा देश भर में और विदेशों में छात्रों को पढ़ाने में भी शामिल है। उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, पंडित जसराज पुरस्कार, महारी पुरस्कार, संजुक पनग्राही पुरस्कार और आदित्य बिड़ला कला किरण पुरस्कार के सम्मान से नवाजा जा चूका है।