देहरादून। इंद्रेश नगर स्थित महर्षि वाल्मीकि मंदिर में भगवान वाल्मीकि की मूर्ति स्थापना धूमधाम से की गई। इस दौरान एक सूक्ष्म परिक्रमा इंद्रेश नगर से प्रारंभ की गई जो कि विभिन्न स्थानों से होते हुए वापस इंद्रेश नगर में संपन्न हुई इस दौरान क्षेत्रवासियों का हुजूम उमड़ पड़ा। शुक्रवार को इंद्रेश नगर स्थित महर्षि वाल्मीकि मंदिर में भगवान वाल्मीकि की मूर्ति स्थापित की गई। इस दौरान क्षेत्रवासियों की ओर से नगर परिक्रमा की गई जिस का जगह-जगह स्वागत हुआ मूर्ति स्थापना के दौरान वरिष्ठ समाजसेवी एवं कांग्रेस नेता संजय कनौजिया उर्फ कद्दू भाई ने रिबन काटकर मूर्ति स्थापना का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि का स्थान सबसे ऊंचा है क्योंकि उन्होंने हिंदू धर्म के सर्वोच्च ग्रंथ रामायण की रचना कर भगवान राम को पूरी दुनिया से परिचित करवाने में अभूतपूर्व संदेश दिया था। उन्होंने कहा कि महेश भगवान वाल्मीकि का अनुयाई समाज आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है किंतु आज भी इस वर्ग को सामाजिक उत्थान की आवश्यकता है जिसके लिए सरकारों को गंभीरता से कार्य करने की आवश्यकता है उन्होंने यह भी कहा कि इस समाज के लिए वह तन मन धन से कार्य करने के लिए तत्पर रहेंगे। इस दौरान उन्होंने मूर्ति स्थापना में अपना योगदान देने के लिए और सराहनीय प्रयास के लिए युवा वर्ग की भी सराहना की साथ ही कहा कि युवा वर्ग ही समाज की दशा और दिशा को बदल सकता है जरूरत है तो उन्हें एक उचित सहयोग की। मूर्ति स्थापना से पूर्व एक सूची परिक्रमा प्रारंभ की गई जो कि इंद्रेश नगर से शुरू होकर सहारनपुर चौक कावली रोड होते हुए शिवाजी मार्ग पहुंची जहां पर इस परिक्रमा का स्थानीय लोगों ने स्वागत किया इसके पश्चात यह परिक्रमा माता वाला बाग स्थित वाल्मीकि मंदिर और वाल्मीकि बस्ती में पहुंची यहां भी क्षेत्रवासियों ने परिक्रमा का स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से आशीष कुमार छाछर, अरुण बाल्मीकि, प्रदीप ठेकेदार, महेश कुमार, संदीप वाल्मीकि, संयम कुमार, कार्तिक, आर्यन कक्कड़, मानव कक्कड़ निखिल पार्षा कुंवर चांवरिया, प्रत्यांश छाछर, सुमन देवी, बेबी भैनवाल, गीता देवी, सरोज चंद्रा, ममता चौधरी, सुगनी देवी आदि मौजूद थे।