देहरादून। हरिद्वार रोड स्थित रोडवेज कार्यशाला की जमीन स्मार्ट सिटी को दिए जाने के विरोध समेत पांच सूत्रीय मांगों पर मंगलवार को रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद से जुड़े कर्मचारियों ने मंडलीय कार्यालय में प्रदर्शन कर धरना दिया। कर्मचारी उक्त मांगों को लेकर शुक्रवार को सचिवालय कूच करेंगे। प्रांतीय नेताओं की अपील पर रोडवेज की क्षेत्रीय शाखाओं से जुड़े कर्मचारी मंगलवार सुबह मंडलीय कार्यालय में इक_ा हुए। क्षेत्रीय मंत्री राकेश पटेवाल ने बताया कि कर्मचारियों ने धरने में स्मार्ट सिटी के लिए कार्यशाला की जमीन दिए जाने के मुद्दे को मुख्य रूप से उठाया। कर्मचारियों ने मांग उठाई कि कार्यशाला की जमीन के बदले निगम को आईएसबीटी का स्वामित्व दिया जाए और नए स्थान पर कार्यशाला के निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपये दिए जाएं। कर्मचारियों ने इस दौरान समय पर वेतन भुगतान के साथ ही राज्य सरकार के कर्मचारियों की तरह आवास भत्ते की मांग भी उठाई। वहीं विशेष श्रेणी और संविदा कर्मचारियों को स्थाई नियुक्ति देने की मांग की गई। जन कल्याकारी योजनाओं के लंबित 70 करोड़ रुपये का भुगतान परिवहन निगम को तत्काल किए जाने की मांग की। उक्त मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। परिषद के नेता मेजपाल सिंह ने बताया कि मांगों पर शुक्रवार को सचिवालय कूच किया जाएगा। धरने में कोटद्वार, हरिद्वार, रुडक़ी, ऋषिकेश, श्रीनगर, पर्वतीय, ग्रामीण डिपो समेत अन्य क्षेत्रीय शाखाओं के कर्मचारी शामिल रहे। धरना देने वालों में दिनेश पंत, विपिन बिजल्वाण, दिनेश गुसाईं, प्रेम सिंह रावत, वरुण सब्बरवाल, मनीष कुमार, कृष्णपाल, संजय सोनकर, दिनेश सती, ओमपाल सिंह, प्रदीप कुमार, रामप्रकाश, जल सिंह, संत कुमार त्यागी, राकेश रावत, अनिल धीमान, राजेंद्र भंडारी, संजय डोभाल, भोला जोशी, विनोद नौटियाल शामिल रहे।