हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विद्यालय में कन्या गुरुकुल देहरादून के संस्थापक आचार्य रामदेव के निर्वाण दिवस के अवसर पर ब्रह्मचर्य आश्रम छात्रावास में सुबह यज्ञशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान डा. दीनानाथ शर्मा ने कहा कि आचार्य रामदेव देश की उन पंक्तियों के शीर्ष व्यक्तित्व थे, जिन्होंने देश की आजादी में विशेष योगदान दिया है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बहुत नजदीकी दोस्तों में से एक थे। हिन्दी, अंग्रेजी व संस्कृत भाषाओं के प्रकांड विद्वान थे। जिन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के भवनों के निर्माण की आकृति को बनाया था। नारी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए विशेष कार्य किया। गुरुकुल कांगड़ी को एक स्मारक के रूप में अपने अन्दर संजोकर रखा। मुख्याध्यापक डा. विजेन्द्र शास्त्री ने ब्रह्मचारियों को अवगत कराया कि आचार्य रामदेव एक उच्च कोटि के विद्वान होने के साथ-साथ उनका अंग्रेजी भाषा पर पूर्ण स्वामित्व था। वे उच्च कोटि के वक्तृत्व कला कौशल के धनी थे। एक शीर्ष इतिहासकार भी थे। आज ब्रह्मचारी गुरुकुल कांगड़ी के जिस प्रागण में अध्यापन कर रहे हैं वह आचार्य रामदेव के ही अथक प्रयास का हिस्सा है। यज्ञशाला कार्यक्रम का संचालन डा. बृजेश कुमार विद्यालंकार ने किया।