देहरादून। श्री शिव प्रसाद सेमवाल की अविलम्ब रिहाई व उनकी पुलिस द्वारा गलत तरीके से की गई गिरफ्तारी के खिलाफ गांधी पार्क के बाहर एकत्र हुए पत्रकार संगठनों के सांकेतिक धरने को दिया तमाम समाजिक कार्यकर्ताओं वह राजनीतिक लोगों ने अपना समर्थन
आज देहरादून के अलग-अलग पत्रकार संगठनों से जुड़े पत्रकार साथियों ने संयुक्त पत्रकार संघर्ष समिति के बैनर तले गांधी पार्क के बाहर सरकार व पुलिस प्रशासन के द्वारा पत्रकारों के किए जा रहे उत्पीड़न के खिलाफ धरना दिया तथा सभी साथियों ने एक सुर से यह आवाज उठाई कि साथी पत्रकार शिव प्रसाद सेमवाल के मामले में पुलिस एक तरफा कार्यवाही करने के स्थान पर पूरी ईमानदारी के साथ मामले की जांच करें तथा सेमवाल को अति शीघ्र रिहा किया जाए। पत्रकार संगठनों ने एक सुर में घोषणा की, कि उनका यह संघर्ष जारी रहेगा तथा सरकार द्वारा इस परिप्रेक्ष्य में कोई न्यायोचित कदम ना उठाए जाने की स्थिति में सरकारी खबरों के बहिष्कार की घोषणा भी की जा सकती है ।
उक्त सांकेतिक प्रदर्शन में पत्रकार साथियों के अलावा कांग्रेस से जुड़े वरिष्ठ साथी भट्ट जी , चमोली जी, उत्तराखंड की शेरनी रेनू समेत विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भागीदारी की और सरकार के न चेते की स्थिति में एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा किए जाने की बात कही ।
ज्ञात रहे कि तथाकथित राज्यमंत्री नीरज राजपूत द्वारा श्री शिव प्रसाद सेमवाल के खिलाफ दर्ज की गई रिपोर्ट के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जी द्वारा पहले ही यह स्पष्टीकरण दे दिया गया है कि उनकी सरकार में नीरज राजपूत नाम से कोई राज्यमंत्री नहीं था और अब कांग्रेस के तमाम नेताओं के पत्रकारों के साथ जोड़ने व उनके साथ उनके द्वारा पत्रकारों के इस आंदोलन को लगातार किए जा रहे समर्थन के बाद यह और भी स्पष्ट हो जाता है कि सरकार एक सोची-समझी रणनीति के तहत शिव प्रसाद सेमवाल को खेलने का एक असफल प्रयास कर रही है।