विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े किये हैं। मोर्चा का कहना है कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और उसके द्वारा ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया के लिए चयनित कंपनी की जुगलबंदी से बेरोजगारों को छल किये जाने की आशंका है। मोर्चा के अध्यक्ष और जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि एक तरफ बेरोजगार संघ कह रहा है कि भर्ती करने वाली कंपनी ब्लैक लिस्टेड है। वहीं दूसरी ओर चयन आयोग के सचिव का कहना है कि कंपनी कहीं भी ब्लैक लिस्टेड नहीं है। पारदर्शिता के साथ भर्ती प्रक्रिया संपन्न कराई जा रही है।कहा कि प्रदेश में बेरोजगारों के साथ इस तरह के विरोधाभास के चलते असमंजस की स्थिति बनी है। कहा कि बेरोजगार अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। नेगी ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि संशय की स्थिति को समाप्त कर इस मामले में स्थिति को स्पष्ट किया जाय। जिससे बरोजगारों में संशय न रहे।