ऋषिकेश। आपदा का शिकार हुए लोगों की याद में बना बाईपास मार्ग स्थित केदारनाथ आपदा स्मृति वन देखरेख के अभाव में उजाड़ हो गया है। देखभाल के कोई पुख्ता इंतजाम न होने के कारण स्मृति वन झाड़ियों में तब्दील हो चुका है।
बता दें, वर्ष 2013 जून में केदारनाथ में आपदा आई थी। इसमें राज्य के साथ अन्य राज्यों के लाखों श्रद्धालु या तो गायब हो गए थे या फिर आपदा की भेंट चढ़ गए थे। इन्हीं दिवंगतों की याद में वन विभाग की ओर से ऋषिकेश रेंज में पार्क का निर्माण किया गया। इसे केदारनाथ आपदा स्मृति वन का नाम दिया गया था। इसका शुभारंभ करने तत्कालीन वन मंत्री दिनेश अग्रवाल पहुंचे थे। शुभारंभ के दौरान यहां बेल के करीब 200 पौधे तथा कनेर के फूल के करीब 300 पौधे रोपे गए थे, लेकिन देखरेख न होने के कारण स्मृति वन झाड़ियों में तब्दील हो चुका है।
वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश आरपीएस नेगी बताया कि रेंज केदारनाथ आपदा में मृतक लोगों की याद में वन का निर्माण किया गया। यहां बेल और कनेर के पौधे रोपे गए थे। हमें विभाग से पौधों की देखभाल का खर्चा नहीं मिलता है। अगर यहां नियमित कर्मचारी तैनात किया जाए तो उसका वेतन विभाग नहीं दे पाएंगे। इसलिए समय-समय पर विभाग के सभी कर्मचारी यहां श्रमदान करते है। यहां लगाए गए सभी पौधे जीवित और सुरक्षित हैं। फिलहाल झाड़ियों की सफाई नहीं हो पाई है।