नैनीताल।गुरूवार को नैनीताल सहित पर्वतीय क्षेत्रों में सुबह घने बादल छाने के बाद यहां गरज के साथ वर्षा व ओलावृष्टि के बाद तापमान में भारी गिरावट आ गई। लगभग आधा घंटे तक हुई ओलावृष्टि के कारण नैनीताल में सफेद चादर बिछ गई। सड़को में दो इंच तक ओलों की परत जम गई। जिस कारण वाहनों व पैदल चलने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। वर्षा व ओलावृष्टि के दौरान स्कूली बच्चे भी काफी परेशान रहे। कई सड़कों में वाहनों का जाम भी लग गया। ऊंचाई वाले हिस्सों में फिसलन भी बढ़ गई। समाचार लिखे जाने तक यहां आसमान में घने बादलों के साथ ही गरज के साथ रूक-रूक कर वर्षा जारी थी। इन दिनों ठंड बढने के साथ ही लोगों ने हीटरों का इस्तेमाल शुरू कर दिया। वर्षा व ओलावृष्टि के बाद यहां कड़ाके की ठंड शुरू हो गई। कई स्थानों में लोगों ने आग जला कर ठंड दूर करने की कोशिश की। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में नैनीताल सहित पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षा हो सकती है। ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फवारी की भी संभावना है। नैनीताल पहुंचे सैलानियों ने वर्षा व ओलावृष्टि के दौरान होटलों में ही रहना मुनासिब समझा। कई सैलानियों ने ठंड के चलते पर्यटकों ने गर्म कपड़े दस्ताने मफलर, टोपी की जमकर खरीदारी की गई। कई स्थानों में सैलानी आलों से खेलते देखे गये और जमकर फोटोग्राफी भी की। जीआईसी स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी प्रताप सिंह बिष्ट की मानें तो गुरूवार को अधिकतम तापमान 11.5 तथा न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आर्द्रता अधिकतम 90 व न्यूनतम 68 प्रतिशत रिकार्ड की गई। नियंत्रण कक्ष के प्रभारी रमेश सिंह गैड़ा ने बताया कि जलस्तर छह फिट नौ इंच पर स्थिर है।