देहरादून/हरिद्वार। उत्तराखण्ड की राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने शुक्रवार को प्रेम नगर आश्रम में चल रहे तीन दिवसीय सेवा संगम कार्यक्रम के समापन समारोह में प्रतिभाग किया।
उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि सेवा अपने आप में ऐसा कार्य है जिससे व्यक्ति का जीवन परिवर्तन हो जाता है। जिस भी व्यक्ति के मन में दुखी, पीड़ित, जरूरतमंद के प्रति सहायता और सेवा का भाव है वह व्यक्ति स्वयं के जीवन को संतोषी बनाने के साथ-साथ उस पीड़ित व्यक्ति को सबल बनाकर एक स्थिति परिवर्तन का कार्य कर जाता है। सेवा किसी भी रूप् में की जा सकती है। समाज को सशक्त बनाने के लिए सबसे जरूरी है कि समाज के हर व्यक्ति में सेवा भाव हो। सेवा कार्य एक ईश्वर से जुड़ने का माध्यम है क्योंकि यह ईश्वरीय प्रेरणा से किया जाने वाला कार्य है। श्रीमती मौर्य ने सेवा भारती उत्तराखण्ड प्रांत की ओर से इतने अच्छे कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए सभी को संयुक्त बधाई और शुभकामनायें दी। राज्यपाल ने सेवा विभाग से जुड़कर सेवा करने वाले अनेक कार्यकर्ताओं को सम्मानित करते हुए सभी का उत्साहवर्धन किया। इनमें अपने जीवन काल में अब तक 117 बार रक्त दान कर चुके योगेंद्र गुप्ता, शिक्षा और महिला कल्याण की दिशा में कार्य कर रहे अनिल भारतीय, पहाड़ी क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे विजय चैधरी, अजय पाठक सहित अनेक लोगों को सम्मानित किया। इसके बाद राज्यपाल महोदय हरिहर आश्रम के स्वामी आर्चाय महामण्डलेश्वर अवधेशानंद गिरि को उनके जन्मदिवस की बधाई देने आश्रम गयी।