हरिद्वार। भारतीय किसान यूनियन किसान उत्थान के कार्यकारी जिला अध्यक्ष इरशाद अली ने कहा कि किसानों के संघर्ष के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की बात कही है। उसे किसान सकारात्मक रूप से देखते हैं। लेकिन देश के किसान को भाजपा की कथनी पर विश्वास नहीं। किसानों को लिखित में गारंटी चाहिए। देश के किसान को दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन करते हुए लगभग 1 वर्ष पूरा होने को है। जिसमें किसानों ने कड़कड़ाती ठंड, तपती दोपहरी, मूसलाधार बारिश को झेला ह।ै किसानों पर अनेकों प्रकार के आरोप ही लगाए लगाए गए हैं। वही आंदोलन में 700 से ज्यादा किसानों की शहादत हुई है। सरकार को लोकसभा में प्रस्ताव लाकर तीनों कृषि कानूनों को रद्द करना चाहिए और एमएसपी पर गारंटी देने वाला कानून सांसद में पारित करना चाहिए। किसानों को लेकर बहुत से कानून कतार में हैं। सभी को वापस लिया जाए इरशाद अली ने कहा कि प्रधानमंत्री को संयुक्त मोर्चे के नेताओं की बैठक बुलवाकर प्रत्येक कानून पर विचार पूर्वक चर्चा करें और किसान नेताओं को संतुष्ट कर ससम्मान घर वापसी कराएं।