
रुड़की। मंगलवार को लंढौरा में सड़क सुरक्षा जागरूक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान आरटीओ शैलेश तिवारी ने कहा कि भारत में हर वर्ष करीब साढ़े तीन लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इनमें करीब डेढ़ लाख लोगों की जान चली जाती है। कहा कि अधिकतर सड़क दुर्घटनाएं यातायात नियमों का उलंघन करने से होती हैं। एआरटीओ कुलवंत सिंह चौहान ने कहा कि हाल ही में मंगलौर और रुड़की क्षेत्र में ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ चार बड़ी सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। इसमें कई लोगों की जान गई है। कहा कि नियमों का पालन और सावधानी बरते जाने से दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।