विकासनगर। पछुवादून में इन दिनों हो रही पांच से छह घंटे की अघोषित बिजली कटौती से गुस्साए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तहसील प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने मांगों से संबंधित ज्ञापन भी प्रशासन को सौंपा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि गर्मी और उमस से परेशान होने के साथ ही किसानों को धान की रोपाई के लिए खेतों में पानी नहीं मिल रहा है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बताया कि मुख्य बाजार में अक्सर दो से तीन घंटे बिजली कटौती की जा रही है। बिजली गुल होते ही पेयजल आपूर्ति भी ठप हो जाती है, जिससे लोगों को पीने का पानी भी मुहैया नहीं हो पाता है। बिजली आपूर्ति ठप होने से व्यापार भी प्रभावित होता है। जबकि, ग्रामीण बस्तियों में पांच से छह घंटे की कटौती की जाती है। बिजली आपूर्ति बाधित होने से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ती है। गर्मी से परेशानी झेलने के साथ ही नललूप बंद हो जाते हैं, जिससे खेतों को समय पर पानी भी नहीं मिल पाता है। बताया कि बिजली कटौती से समाज का हर वर्ग प्रभावित हो रहा है। गर्मियों में अघोषित बिजली कटौती के खिलाफ क्षेत्रीय जनता और कई सामाजिक संगठन आंदोलन कर चुके हैं। बावजूद इसके ऊर्जा निगम की कार्रवाई में कोई बदलाव नहीं हो रहा है। कहा कि अघोषित बिजली कटौती पर रोक नहीं लगी तो आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता सड़कों पर आंदोलन करेंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष गुलफाम अहमद, खुर्शीद मुख्तार अंसारी, फतेह मौहम्मद, गुमान सिंह कर्णवाल, सुंदर लाल, राकेश गुप्ता, शहजाद, मासूम, सागर आदि शामिल रहे।