मंगलौर समाचार
डॉ मो मुकर्रम मलिक
मंगलौर के आसफनगर रजवाहे के पास उप्र के एक किसान का गोली लगा शव पड़ा मिलने से सनसनी फैल गई पुलिस को घटनास्थल से तमंचा और एक खोखा बरामद हुआ है। स्वजन इसे हत्या का मामला मान रहे हैं, जबकि पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मानकर जांच कर रही है। जिससे चलते मामले की गुत्थी उलझी हुई नजर आ रही हैं। किसान रुड़की में कमेटी उठाने के लिए आया था।
सहारनपुरजनपद के देवबंद थाना क्षेत्र के शिवपुर गांव निवासी विकास सिंह किसान थे। जिसकी रुड़की के गणेशपुर, कोतवाली गंगनहर में ससुराल है। विकास सिंह ने रुड़की के गणेशपुर में कमेटी डाल रखी है।रविवार शाम करीब साढ़े तीन बजे वह स्कूटी लेकर रुड़की में कमेटी लेने आए थे। लेकिन, देर रात तक वह घर नहीं पहुंचे। विकास सिंह की बहन ने रात करीब नौ बजे फोन किया तो विकास ने बताया कि कुछ देर बाद वह घर आ रहे हैं, लेकिन इसके बाद विकास सिंह घर नहीं पहुंचे। परिवार के लोग रातभर मोबाइल पर फोन करते रहे, लेकिन मोबाइल नहीं उठा। सोमवार दोपहर विकास सिंह का मोबाइल आसफनगर झाल से निकलने वाले पीडीवी जमुना खंड रजवाहे की पुलिया पर पड़ा मिला।
_विकास सिंह की दाई कनपटी पर गोली लगी थी। पास ही रजवाहे के पानी में तमंचा मिला। शव के पास बुलेट का खोखा बरामद हुआ। विकास सिंह के शव के पास ही उसकी स्कूटी भी बरामद हुई। सूचना पर एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह मौके पर जाकर घटनास्थल का जायजा लिया। किसान विकास सिंह के पिता विक्रम सिंह, दोस्त कुलदीप सिंह और रिश्तेदार महिपाल ने हत्या की आशंका जताई है। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि अभी तक तहरीर नहीं मिली है। घटनास्थल के हालात देखकर मामला आत्महत्या का लग रहा है। तहरीर मिलने पर पुलिस मामले में कार्रवाई करेगी।
मंगलौर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार चौहान ने बताया कि किसान विकास सिंह घर से कमेटी की रकम लेने पहुंचे थे। उन्होंने कमेटी उठाई थी या नहीं। इसके बारे में अभी किसी को कोई जानकारी नहीं है। कमेटी की रकम कितनी थी, इस बारे में भी परिवार के लोगों ने अभी तक कुछ नहीं बताया है। विकास सिंह के पास भी कोई रकम नहीं मिली है। पुलिस अब कमेटी में शामिल लोगों से भी पूछताछ करेगी।