रुड़की। भाकियू अंबावता की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक लक्सर में आयोजित की गई। बैठक में कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर रणनीति तैयार की गई। वक्ताओं ने आंदोलन को हर स्थिति में जारी रखने पर सहमति जताई। बाद में प्रदेश व जिले में चार लोगों को नियुक्ति पत्र भी जारी किए गए।
राष्ट्रीय महासचिव नितिन चौधरी नीलू ने कार्यकारिणी की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि देश में सबसे बड़ी संख्या किसानों की है। सारे किसानों ने भाजपा के पक्ष में मतदान करके मोदी को केंद्र की सत्ता सौंपी थी। परंतु मोदी सरकार ने सबसे ज्यादा अहित किसानों का किया है। कृषि कानून बनाकर किसानों की रोजी रोटी का जरिया, उनकी जमीन तक छीनने की तैयारी की जा रही है।
देश अध्यक्ष सुभाष नंबरदार ने कहा कि किसान अपनी जायज मांगों को लेकर 10 माह से दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन सरकार उनकी बात सुनने तक को तैयार नहीं हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर हिटलरशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अगर कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी तो किसान सरकार को बदलकर कानून वापस कराएंगे।
अगले लोकसभा चुनाव तक जारी रखने पर सहमति जताई। साथ ही इसमें प्रतिभाग करने के लिए हर गांव से दस किसानों की एक टीम बनाने की रणनीति भी तैयार की गई। बाद में कुर्बान खान प्रदेश संगठन सचिव, योगेश चौधरी प्रदेश महासचिव, मौहम्मद मुर्तजा जिला उपाध्यक्ष, मुर्तजा जिला सचिव नामित किया गया। बैठक में युवा प्रदेश अध्यक्ष परविंदर सिंह के अलावा जोगेंद्र चौधरी, सागर सिंह, तालिम, रोबिन चौधरी, अखलाक खान, अशफाक, अनिल चौधरी, पप्पू राणा, मुंतियाज, अभिषेक, दानिश आदि ने भी विचार व्यक्त किए।