नई टिहरी। केमर पट्टी की सिलयारा सिंचाई नहर से सिलयारा गांव के काश्तकारों को धान की रोपाई के लिए पानी न मिलने से नाराज महिलाओं ने बालगंगा तहसील मुख्यालय के बाहर लाटा-चमियाला-घनसाली सड़क मार्ग पर करीब डेढ़ घंटे तक धरना दिया। धरने के चलते सड़क के दोनों ओर वाहनों का जाम लग गया। तहसीलदार और सिंचाई के विभाग के एई के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।
बुधवार को सिलयारा गांव की महिलाओं ने धान की रोपाई के लिये पानी उपलब्ध करने की मांग को लेकर लाटा-चमियाला-घनसाली सड़क मार्ग पर धरना दिया। ग्राम प्रधान सुमित्रा देवी ने बताया कि इन दिनों सिलयारा नहर पर चलने वाले पानी से सिलयारा, चमोल गांव और कोठगा के गांव में धान की रोपाई की जाती है। पूर्व में लिखित समझौते के मुताबिक नहर के टेल पर स्थित सिलयारा गांव से धान की रोपाई शुरु होती है, लेकिन विगत वर्षों से कोठगा और चमोल गांव के कस्तकार लिखित समझौते का उल्लंघन कर पहले अपने खेतों में धान की रोपाई कर रहें हैं, जिस कारण सिलयारा गांव को रोपाई के लिये पानी नहीं मिल पा रहा है। बताया ग्रामीणों द्वारा दो दिन पूर्व अपनी क्यारियों से धान की पौध उखाड़ी गई,लेकिन पानी न मिलने से पौध सूखने लग गई है।