देहरादून। उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में से जिस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार को सबसे कमजोर माना जा रहा था वह बीजेपी को सबसे कड़ी टक्कर दे रहे हैं। हरिद्वार सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार अंबरीश कुमार बीजेपी के कद्दावर नेता रमेश पोखरियाल निशंक को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। निशंक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तो रहे ही हैं, वह संयुक्त उत्तर प्रदेश में भी मंत्री रहे हैं। छह बार विधायक बने निशंक मौजूदा सांसद हैं। अंबरीश कुमार 8 बार चुनाव लड़े हैं लेकिन विधायक एक बार ही बने, वह भी कांग्रेस से नहीं, समाजवादी पार्टी से। उत्तराखंड की बाकी चारों विधानसभा सीटों में जहां बीजेपी 60 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल कर आगे चल रही है, वहीं हरिद्वार में पार्टी का वोट प्रतिशत 50 भी नहीं है। खबर लिखने जाने तक बीजेपी प्रत्याशी रमेश पोखरियाल निशंक 49.6 फीसदी वोट के साथ पहले नंबर पर थे। कांग्रेस के अंबरीश कुमार को 35 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे।
बहुजन समाजवादी पार्टी के डॉक्टर अंतरिक्ष सैनी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने बना रहे हैं। उत्तराखंड की बाकी सीटों में बीजेपी कांग्रेस के अलावा किसी और पार्टी या निर्दलीय प्रत्याशी को 5 फीसदी भी वोट नहीं मिले हैं लेकिन सैनी 13 फीसदी से ज्यादा वोट लेकर तीसरे स्थान पर हैं। बता दें कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने रुड़की और ऊधम सिंह नगर में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में रैलियां की थीं लेकिन ऊधम सिंह नगर में इसका कोई असर नहीं दिख रहा।
अब तक के रुझानों से साफ दिख रहा है कि हरिद्वार से आठ बार चुनाव लड़ चुके अंबरीश कुमार निशंक के खिलिाफ बाहरी बनाम स्थानीय को मुद्दा बनाने में सफल रहे हैं। प्रचार के दौरान यह मुद्दा इतना तूल पकड़ गया था कि निशंक को सफाई देनी पड़ी थी कि वह मुख्यमंत्री रहे हैं और सारा प्रदेश उनका क्षेत्र है।