दिल्ली। पाकिस्तान में बेरोजगारी की स्थिति बेहद खराब स्तर तक पहुंच गई है। मौजूदा वक्त में यह 5.90 फीसद है। आने वाले दिनों में इसके सुधरने के भी कोई संकेत नहीं हैं। साल 2020 में भी इसके 5.90 फीसद रहने का अनुमान है। पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक पीएसबी (स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान) ने बड़ा फैसला लेते हुए ब्याज दरें बढ़ाकर 13.25 फीसदी कर दिया है। यह आठ साल में सबसे ज्यादा ह। इतना ही नहीं पाकिस्तानी रु पये में गिरावट का दौर जारी। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले यह अब तक के सबसे निचले स्तर 160 पर आ गया है। महंगाई का आलम यह है कि 10-12 रुपये में बिकने वाली गेहूं की रोटी की कीमत अब 20 से 30 रुपये तक पहुंच गई है।
पाकिस्तान में शिक्षा की बदहाली को लेकर भी चैंकाने वाला खुलासा हुआ है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में शिक्षा की मौजूदा स्थिति इतनी खराब है कि साल 2030 तक वहां हर चार में से एक बच्चा अपनी प्राथमिक शिक्षा भी पूरी नहीं कर पाएगा। समाचार पत्र डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, यूनेस्को के आंकड़े बताते हैं कि आने वाले 12 वर्षों में पाकिस्तान शिक्षा के आधे लक्ष्य को ही हासिल कर पाएगा। देश में शिक्षा की जो मौजूदा दर है उसमें 50 फीसद युवा उच्च माध्यमिक तक की पढ़ाई भी पूरी नहीं कर पा रहे हैं।